Kanha Tiger Reserve 2025 : MP Tourism के इस जंगल में वाइल्डलाइफ का रोमांच दूर-दूर से आते हैं पर्यटक

Kanha Tiger Reserve 2025 : नमस्ते दोस्तों अगर आप प्रकृति और वाइल्डलाइफ के शौकीन हैं, तो मध्य प्रदेश का कान्हा टाइगर रिजर्व आपके लिए एक अनोखा गंतव्य हो सकता है। जैसा कि आप सभी को पता है, यह देश के सबसे प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व में से एक है, जहाँ आप बाघों, बारहसिंगों, और जंगल की अनुपम सुंदरता का दीदार कर सकते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि MP Tourism 2025 में कान्हा को और आकर्षक बनाने के लिए नए प्रयास कर रहा है, ताकि सैलानी यहाँ का लुत्फ उठा सकें।

Kanha Tiger Reserve 2025

दोस्तों, कान्हा टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश के मंडला और बालाघाट जिलों में फैला हुआ है, जो अपनी जैव विविधता और शानदार परिदृश्य के लिए मशहूर है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह 1947 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें कोर और बफर जोन शामिल हैं। इसे 1955 में नेशनल पार्क घोषित किया गया था, और 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत संरक्षित किया गया।

  • स्थापना: 1955 (नेशनल पार्क), 1973 (टाइगर रिजर्व).
  • क्षेत्र: 940 वर्ग किमी (कोर) + 1007 वर्ग किमी (बफर).
  • महत्व: बारहसिंगा को विलुप्त होने से बचाने का श्रेय।

बाघों का साम्राज्य

  • कान्हा में 100 से अधिक बाघ हैं (2024 काउंट के अनुसार).
  • सफारी के दौरान बाघों को देखना एक रोमांचक अनुभव है।
  • टिप: सुबह की सफारी में बाघों की गतिविधि ज्यादा होती है।

बारहसिंगा का घर

  • यहाँ का बारहसिंगा (स्वैम्प डियर) विश्व में दुर्लभ प्रजाति है।
  • कान्हा ने इसे विलुप्त होने से बचाया, जो इसे गर्व का पल बनाता है।
  • रोचक तथ्य: बारहसिंगा को “कान्हा का गहना” कहा जाता है।

जंगल बुक की प्रेरणा

  • रुडयार्ड किपलिंग की “द जंगल बुक” के किरदार जैसे मोगली और बघीरा की कहानी यहाँ से प्रेरित है।
  • जंगल की घनी हरियाली इसे फिल्मी अहसास देती है।
  • विशेष: 2025 में MP Tourism “जंगल बुक थीम” पर आधारित टूर पैकेज ला सकता है।

जैव विविधता

  • 1000 से अधिक पौधों की प्रजातियाँ और 300 से ज्यादा पक्षी.
  • तेंदुआ, जंगली सुअर, और सांभर भी यहाँ देखे जा सकते हैं।
  • गतिविधि: बर्ड वॉचिंग के लिए बेस्ट जगह।

कान्हा तक कैसे पहुंचें?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कान्हा तक पहुँचना आसान है, क्योंकि यह अच्छी तरह जुड़ा हुआ है:

रेल मार्ग:

  • नजदीकी स्टेशन: जबलपुर (165 किमी) और गोंदिया (140 किमी).
  • ट्रेन: भोपाल/दिल्ली से जबलपुर (₹300-₹1000).

सड़क मार्ग:

  • भोपाल से: 450 किमी (8-9 घंटे, बस/टैक्सी ₹500-₹2000).
  • नागपुर से: 250 किमी (5-6 घंटे, बस/टैक्सी ₹400-₹1500).

हवाई मार्ग:

  • नजदीकी हवाई अड्डा: जबलपुर (₹3000-₹6000, दिल्ली/मुंबई से).
  • वहाँ से टैक्सी: ₹2000-₹3000.

निष्कर्ष

कान्हा टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश का ऐसा गंतव्य है, जहाँ प्रकृति और वाइल्डलाइफ का अनोखा संगम देखने को मिलता है। जैसा कि आप सभी को पता है, यह बाघों का घर होने के साथ-साथ “द जंगल बुक” की प्रेरणा भी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि MP Tourism इसे 2025 में और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा है, जो इसे यात्रियों के लिए और आकर्षक बनाएगा।

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