MP Tourism : नमस्कार दोस्तों! आज हम आपको मध्य प्रदेश के एक ऐसे हिल स्टेशन की सैर पर ले चलते हैं, जो अपनी खूबसूरती और शांति से ऊटी जैसे मशहूर स्थानों को भी पीछे छोड़ देता है.
हम बात कर रहे हैं अमरकंटक की, जो प्रकृति, आध्यात्म और शांति का अनूठा मेल है। अगर आप शहर की भागदौड़ से दूर कहीं सुकून की तलाश में हैं, तो यह लेख आपके लिए है। तो चलिए, दोस्तों, अमरकंटक की इस खूबसूरत यात्रा को शुरू करते हैं!
अमरकंटक
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमरकंटक मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में बसा एक छोटा सा हिल स्टेशन है। यह सतपुड़ा और विंध्याचल पर्वतों के बीच लगभग 1,048 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ का मौसम साल भर इतना सुहावना रहता है कि आप किसी भी मौसम में यहाँ की सैर का प्लान बना सकते हैं। खासकर मानसून में हरियाली और सर्दियों में ठंडी हवाएँ इसकी खूबसूरती को दोगुना कर देती हैं।
जैसा कि आप सभी को पता है, अमरकंटक को नर्मदा नदी का उद्गम स्थल कहा जाता है। यह न सिर्फ़ धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि प्रकृति प्रेमियों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं। यहाँ की शांत वादियाँ, झरने और प्राचीन मंदिर हर किसी का मन मोह लेते हैं।
अमरकंटक की खासियतें
दोस्तों, अमरकंटक सिर्फ़ एक हिल स्टेशन नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो आपके दिल को छू जाएगा। यहाँ कुछ ऐसी जगहें हैं, जो इसे खास बनाती हैं:
नर्मदा उद्गम मंदिर
यह अमरकंटक का सबसे प्रमुख स्थल है, जहाँ से पवित्र नर्मदा नदी की शुरुआत होती है। मंदिर के पास बना छोटा सा कुंड और उसका शांत वातावरण आपको आध्यात्मिक सुकून देगा। यहाँ का दृश्य इतना मनमोहक है कि आप घंटों यहाँ बिता सकते हैं।
कपिलधारा झरना
अमरकंटक से कुछ किलोमीटर दूर बसा कपिलधारा झरना प्रकृति का एक अनमोल तोहफा है। चारों तरफ हरियाली और झरने की मधुर आवाज़ यहाँ की शांति को और बढ़ा देती है। यह जगह पिकनिक और फोटोग्राफी के लिए एकदम परफेक्ट है।
सोनमुड़ा
सोनमुड़ा वह जगह है जहाँ से सोन नदी की शुरुआत होती है। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य ऐसा है कि आप यहाँ से लौटना ही नहीं चाहेंगे। यह जगह ट्रेकिंग और प्रकृति के बीच समय बिताने के लिए आदर्श है।
माई की बगिया
माँ नर्मदा को समर्पित यह बगीचा अपनी हरियाली और शांति के लिए जाना जाता है। यहाँ का वातावरण ध्यान और विश्राम के लिए सबसे अच्छा है।
प्राचीन मंदिर और आश्रम
अमरकंटक में श्री यंत्र मंदिर, कबीर चबूतरा और कई अन्य प्राचीन आश्रम हैं, जो आध्यात्मिक शांति की तलाश करने वालों के लिए बेहतरीन हैं।
कैसे पहुँचें?
- अमरकंटक सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है:
- रेल मार्ग: नजदीकी रेलवे स्टेशन पेंड्रा रोड (17 किमी) और अनूपपुर (50 किमी) हैं।
- हवाई मार्ग: जबलपुर एयरपोर्ट (230 किमी) सबसे नजदीकी है, जहाँ से टैक्सी या बस आसानी से मिल जाती है।
- सड़क मार्ग: जबलपुर, रीवा और शहडोल से नियमित बसें चलती हैं।
घूमने का सबसे अच्छा समय
दोस्तों, अमरकंटक साल भर घूमने लायक है, लेकिन जुलाई से मार्च का समय सबसे अच्छा माना जाता है। मानसून में झरनों की रौनक और सर्दियों में ठंडी हवाएँ इस जगह को और खास बना देती हैं।
अमरकंटक एक बजट-फ्रेंडली डेस्टिनेशन है, जहाँ आप कम खर्च में शानदार छुट्टियाँ मना सकते हैं। यहाँ एक 3-दिन का टूर प्लान है जो आपकी यात्रा को आसान बनाएगा.